बवासीर में घी खाना फायदेमंद है या नुकसानदेह? आयुर्वेदाचार्य बताते हैं सच्चाई जो आम लोग नहीं जानते

अक्सर लोग मानते हैं कि घी गरम होता है, इसलिए बवासीर में घी खाना नुकसानदेह हो सकता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यह सोच पूरी तरह सही नहीं है।

घी= शीतल, चिकना, Vata-Pitta ko शांत करता है। आंतों को lubricate करता है।

बवासीर का असली कारण क्या है?  1. Vata  का बढ़ना 2. मल की dryne 3. आंतों की जलन  घी इन तीनों का समाधान है!

क्या हर घी फायदेमंद है?❌ Refined या factory घी– नुकसानदेह ✅Desi Cow Ghee (A2) – हीलिंग के लिए उत्तम

घी कैसे खाएं बवासीर में?  – रोज़ 1 चम्मच घी, खाली पेट गुनगुने पानी के साथ – खाना: दाल, चावल, रोटी में 1-1 चम्मच

बाहरी प्रयोग भी असरदार है  – नाभि पर घी लगाना – गुदा (anal area) के पास हल्का गरम घी लगाना – सूजन और जलन कम

किनको घी नहीं खाना चाहिए?  – जिनको fatty liver,  मोटापा या Gall bladder issue हो – उन्हें आयुर्वेदाचार्य की सलाह से खाएं

अगर सही मात्रा, सही समय और सही quality से लिया जाए, तो घी बवासीर में बहुत फायदेमंद होता है।

आयुर्वेद कहता है – घी छोड़ो मत, समझदारी से अपनाओ आइए, जानते हैं घी के बारे में कुछ और रहस्यमय बातें!