सुबह टॉयलेट जाने में देर, पेट भारी और गैस– ये कब्ज़ नहीं, आपकी सुबह की आदतों का असर है।

शरीर की बायोलॉजिकल घड़ी सुबह खाने की माँग करती है। उसे नजरअंदाज करना कब्ज की शुरुआत है।

आयुर्वेद कहता है – सुबह नाश्ता न करना वात बढ़ाता है वात दोष बढ़ने से शरीर में सूखापन आता है – जिसका पहला असर होता है मल सूखना और रुकना।

जब शरीर को सुबह fuel नहीं मिलता, तो आंतें सुस्त हो जाती हैं और सफाई रुक जाती है।

कुछ भी गर्म और हल्का खाकर आप अपनी आंतों को बताते हो – “अब समय है सब बाहर निकालने का!”

सुबह क्या खाएं कब्ज से बचने के लिए? 1. गुनगुना पानी 2. सादा दलिया या मूंग दाल 3. 1 चम्मच देसी घी मिला भोजन

सुबह पेट खाली रखने से जठराग्नि कमजोर होती है। फिर चाहे कितना भी खाओ – ठीक से पचेगा नहीं।

शरीर अंदर से जूझ रहा होता है – लेकिन हम बाहर से सिर्फ गैस और पेटदर्द समझते हैं।

अगर आप कब्ज से पीड़ित हैं, तो दवाओं से पहले नाश्ता नियमित करना शुरू करें।

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