क्या आप बिना दोष जांचे लीवर डिटॉक्स कर रहे हैं? 

हर शरीर का अपना दोष होता है – वात, पित्त, कफ। बिना जाने डिटॉक्स करना उल्टा असर कर सकता है। 

लीवर डिटॉक्स क्या करता है? 

यह शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालता है, लेकिन संतुलन बिगड़ जाए तो नुकसान भी होता है। 

वात दोष वालों को ठंडे डिटॉक्स नहीं करने चाहिए 

वात प्रकृति वालों का पाचन धीमा होता है, ठंडा डिटॉक्स उन्हें और कमजोर कर सकता है। 

पित्त वालों को तेज गर्म डिटॉक्स से बचना चाहिए 

पित्त शरीर में पहले से ही गर्मी बढ़ाता है, ऐसे में हल्दी, नींबू जैसे तेज चीज़ें उल्टा असर करेंगी। 

कफ वालों को भारी फल और मीठा डिटॉक्स नहीं लेना चाहिए 

कफ से शरीर में भारीपन आता है, और मीठे फल इसे और बढ़ा सकते हैं। 

कैसे जानें अपना दोष? 

त्रिदोष जाँच आयुर्वेदिक प्रश्नों, नाड़ी परीक्षण और जीवनशैली से की जाती है। 

गलत डिटॉक्स के दुष्प्रभाव क्या हैं? 

कमज़ोरी, चक्कर, दस्त, मुँहासे, पेट की जलन – यह सब संकेत हो सकते हैं। 

सही डिटॉक्स कैसे चुनें? 

अपने दोष के अनुसार डिटॉक्स प्लान चुनें – आयुर्वेदिक सलाह के साथ। 

घर पर भी दोष-संतुलित डिटॉक्स संभव है! 

पानी में धनिया, सौंफ, आंवला या बेल मिलाकर अपने अनुसार लें। 

जानें अपना दोष, फिर करें सही डिटॉक्स! 

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